Manager
श्री राम शिला पटेल(अधिवक्ता हाई कोर्ट)
प्रबन्धक
जब देश की एक अरब से ऊपर की जनसंख्या में जाति, धर्म और भाषा के भाँति-भाँति के अद्भुत फूल खिले हों तो उन्हें पिरोकर माला बनाने का कार्य शिक्षा ही कर सकती है। इसमें उस राष्ट्र की युवा शक्ति का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। विद्या युवाओं के आन्तरिक ऊर्जा का विकास कर उनके व्यक्तित्व में प्रतिभा व कुशलता के नवपुष्प प्रस्फुटित करती है, जिससे समाज में आदर्शवाद के नये मापदण्ड स्थापित होते हैं। इसी विकास का वातावरण शिक्षा के माध्यम से महाविद्यालयों में बनाया जाता है जिससे युवाओं में देश में व्याप्त समस्याओं - जनसंख्या, पर्यावरण प्रदूषण, बेरोजगारी, गरीबी, आतंकवाद, भ्रष्टाचार इत्यादि से संघर्ष करने की क्षमता विकसित हो। अशिक्षा मनुष्य के प्रगति पथ को अवरुद्ध कर उसे दुर्गम बना देती है, विद्या का यथेष्ट प्रकाश ही तिमिरापहरण कर सकता है इन्हीं बिन्दुओं को विचार में रखकर चौधरी बद्री प्रसाद सीताराम महाविद्यालय अहर्निश सेवामहे' की भावना से विविध, शैक्षिक और प्रशैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित कर रहा है जिससे विद्यार्थियों की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने में भी सहायक सिद्ध हुआ है।
इस महाविद्यालय में हमारे प्राध्यापक एवं अन्य कर्मचारीगण धन्यवाद के पात्र हैं। मैं अपने विद्यार्थियों को भी धन्यवाद देता हूँ जो निष्ठा और अनुशासन पूर्वक हमारे अभियान में संलग्न हैं।